1. दूध के साथ लेने पर यह ट्रिप्टोफेन भी मुहैया करवाता है. 2. इसमें कई फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे बीटाकोरोटीन, ल्यूटिन, जियाजेंथिन, बेटेन, ट्रिप्टोफेन आदि होते हैं। 3. केले का ट्रिप्टोफेन नामक प्रोटीन शरीर में पहुंच कर सेरोटोनिन में बदलकर व्यक्ति को खुशी देता है। 4. अलसी के बीज (FLAX SEEDS): इनमे ट्रिप्टोफेन और ओमेगा थ्री वसीय अम्लों का डेरा है. 5. उदाहरण के लिए बी केरोटीन को विटामिन ए में तथा अमीनो अम्ल ट्रिप्टोफेन को नाइसीन में बदल जा सकता है। 6. केले में ट्रिप्टोफेन , सीरोटोनिन और इपिनेफ्रीन होते हैं जो हमें खुश और तनावमुक्त रखते हैं और डिप्रेशन दूर करते हैं। 7. मनुष्य के अनिवार्य अमीनो अम्ल लिउसीन, आइसोलिउसीन, वेलीन, लाइसीन, ट्रिप्टोफेन , फेनिलएलानीन, मेथिओनीन एवं थ्रेओनीन हैं। 8. पौष्टिक दृष्टि से भी आलू में ट्रिप्टोफेन , ल्यूसीन, आइसोल्यूसीन जैसे शरीर के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक अमीनो अम्ल पाए जाते हैं। 9. पौष्टिक दृष्टि से भी आलू में ट्रिप्टोफेन , ल्यूसीन, आइसोल्यूसीन जैसे शरीर के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक अमीनो अम्ल पाए जाते हैं। 10. सोते समय शहद से मीठा किया गया एक कप दूध लाभदायक होता है क्योंकि दूध में सम्मिलित अमीनो एसिड ट्रिप्टोफेन निद्रा लाता है।