1. नाट्य रचना और प्रस्तुति दोनों में प्रयोग होते रहते हैं...2. नाट्य रचना कठिन काम है, कविता या कहानी से अधिक कठिन है।3. नाट्य रचना कठिन काम है, कविता या कहानी से अधिक कठिन है।4. एक अन्य स्तर पर यह नाट्य रचना मानवीय सन्तोष के अधूरेपन का रेखांकन है। 5. दुष्यंत नाम के दर्शन पहली बार महान नाटककार कालीदास की नाट्य रचना ‘शाकुंतलम ' में होते हैं. 6. दुष्यंत नाम के दर्शन पहली बार महान नाटककार कालीदास की नाट्य रचना ' शाकुंतलम' में होते हैं. 7. 1910 से लेकर 1920 तक तथा अभिव्यक्तिवादी नाट्य रचना को अनेक प्रतिभाशाली नाटककारों का प्रबल सहयोग मिला। 8. लगभग इसी काल में नाटककारों का एक दूसरा वर्ग अभिव्यक्तिवाद के प्रभाव में नाट्य रचना में संलग्न था। 9. दुष्यंत नाम के दर्शन पहली बार महान नाटककार कालीदास की नाट्य रचना ‘ शाकुंतलम ' में होते हैं. 10. में मास्टर रंगमंच अध्ययन कार्यक्रम में नाट्य रचना और प्रक्रियाओं में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए अवसरों की एक विस्तृत श्रृंखला...