1. इसको डयूटेरान या भारी हाइड्रोजन कहा जाता है। 2. 1932 में ड्यूटीरियम नामक भारी हाइड्रोजन का और 1934 ई. 3. में ट्राइटिरियम (ट्रिशियम) नामक भारी हाइड्रोजन का आविष्कार हुआ। 4. ड्यूटीरियम को भारी हाइड्रोजन के नाम से भी जाना जाता है । 5. अभी तक मानव भारी हाइड्रोजन के जरिये नाभिकीय फ्यूजन पैदा करने में समर्थ है। 6. सामान्य हाइड्रोजन में 0. 002 प्रतिशत एक दूसरा हाइड्रोजन होता है जिसको भारी हाइड्रोजन की संज्ञा दी गई है। 7. सामान्य हाइड्रोजन में 0. 002 प्रतिशत एक दूसरा हाइड्रोजन होता है जिसको भारी हाइड्रोजन की संज्ञा दी गई है। 8. 1932 में ड्यूटीरियम नामक भारी हाइड्रोजन का और 1934 ई. में ट्राइटिरियम (ट्रिशियम) नामक भारी हाइड्रोजन का आविष्कार हुआ। 9. 1932 में ड्यूटीरियम नामक भारी हाइड्रोजन का और 1934 ई. में ट्राइटिरियम (ट्रिशियम) नामक भारी हाइड्रोजन का आविष्कार हुआ। 10. पहले कागज पर हाइड्रोजन परमाणु था, पर अगले दो परमाणुओं की संरचना से भारी हाइड्रोजन . इन पत्रों बोह्र:...