1. फ़रिश्ते साष्टांग होते हैं, लेकिन मानव शारीर के समक्ष नहीं, 2. मानव शारीर में उपस्थित आर्सेनिक केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के लिए घातक है3. शीश हिंदी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है मानव शारीर का “सिर”। 4. मानव शारीर का निर्माण भी पांच तत्वों से हुआ है:-अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी और आकाश।5. मानव शारीर में विभिन्न तत्वों, यौगिको अनुपात एवं स्वाभाविक रासायनिक प्रक्रियाओ का समन्वय ही स्वाश्थ्य का आधार है।6. जिन पाँच तत्वों से मिलकर यह मानव शारीर बना है उनमें धरती या मिट्टी का तत्व प्रमुख है. 7. मानव शारीर की अंदरूनी रचना को समझाने के लिए सुश्रुत शव के ऊपर शल्य क्रिया करके अपने शिष्यों को समझाते थे।8. शारीर को एक चादर के सामान मानते हुए कबीर जी ने मानव शारीर की बहुत ही सुन्दर तुलना की है! 9. मानव शारीर , मांसाहारी और शाकाहारी प्राणियों की शारीरिक समानताये नीचे लिखे हुए लिंक पर देखे और फिर खुद ही फैसला करे.10. मानव शारीर की अंदरूनी रचना को समझाने के लिए सुश्रुत शव के ऊपर शल्य क्रिया करके अपने शिष्यों को समझाते थे।