1. किन्तु यह गुर्दे की पथरी, यूरेट वृक्कविकृति ( 2. यूरेट बर्बादी है कि हमारे शरीर में हानिकारक नहीं...3. मूत्र अश्मरी फॉस्फेट, कार्बोनेट, यूरिक अम्ल, यूरेट आक्सलेट के प्रकार की होती है। 4. मूत्र अश्मरी फॉस्फेट, कार्बोनेट, यूरिक अम्ल, यूरेट आक्सलेट के प्रकार की होती है। 5. द्वितीयक मूत्राशय की अश्मरियाँ आक्सैलेट, यूरिकाम्ल तथा यूरेट सिस्टीन तथा फॉस्फेटी प्रकार की होती हैं। 6. गठिया जैसे संधिवात में सोडियम यूरेट क्रिस्टल संधियों के मुलायम ऊतकों में जमा हो जाते हैं। 7. नाइट्रोजन, विशेष करके यूरिक अम्ल या इसके लवण, जैसे अमोनियम यूरेट , बनकर उत्सर्जित होता है। 8. वातरोगी गठिया-एक गठिया, जो खुद को संयुक्त यूरेट (यूरेट) में प्रकट होता है के लक्षण है. 9. यह आयनों और लवण के रूप मे यूरेट और एसिड यूरेट जैसे अमोनियम एसिड यूरेट के रूप में शरीर मे उपलब्ध है. 10. यह आयनों और लवण के रूप मे यूरेट और एसिड यूरेट जैसे अमोनियम एसिड यूरेट के रूप में शरीर मे उपलब्ध है.