1. इस देस में हुए हैं हज़ारों मलक सरिश्त 2. 23-इस्लाम और इँसान की सरिश्त 3. के रूप में एक आदर्श मार्गदर्शक भी जो खुद एक ‘ मलिक सरिश्त ‘ इन्सान थे। 4. इस देश में हुए हैं हज़ारों मलक सरिश्त , मशहूर जिसके दम से है दुनिया में नामे-हिन्द । 5. इस देश में हुए हैं हज़ारों मलक सरिश्त , मशहूर जिसके दम से है दुनिया में नामे-हिन्द । 6. ग़म नहीं जो न तुम इस बरगद की छावं रहे, सरिश्त -ए-दरिया है बसाते नए गाँव रहना. 7. इस देश में हुए हैं हज़ारों मलक सरिश्त , मशहूर जिसके दम से है दुनिया में नामे-हिन्द । 8. जो उन्हें नहीं जानता वह किसी ‘ मलिक सरिश्त ‘ को कभी उसकी सही हैसियत और उसके सही रूप में पहचान ही नहीं सकता। 9. “ [61] यानी यह (अल्लाह का ख़ालिस आईन)वह सरिश्त है जिस पर अल्लाह ने तमाम इंसानों को पैदा किया है और अल्लाह की ख़िल्क़त में कोई तबदीली नही है। 10. [61] यानी यह (अल्लाह का ख़ालिस आईन) वह सरिश्त है जिस पर अल्लाह ने तमाम इंसानों को पैदा किया है और अल्लाह की ख़िल्क़त में कोई तबदीली नही है।