11. अत : छुआछूत और अंतर्विवाह ( सजातीय विवाह ) संयुक्त समाज के अंग बने। 12. परंतु इस संबंध में और अंतर्विवाह के संबंध में भी कठोर सामाजिक नियम नहीं थे। 13. परंतु इस संबंध में और अंतर्विवाह के संबंध में भी कठोर सामाजिक नियम नहीं थे। 14. परंतु इस संबंध में और अंतर्विवाह के संबंध में भी कठोर सामाजिक नियम नहीं थे। 15. उपजातिय अंतर्विवाह : प्रत्येक जाति अनेक उपजाति में विभक्त होती है जिनमें तुलनात्मक श्रेष्ठता को लेकर अंतर्विरोध होता है। 16. 2 . उपजातिय अंतर्विवाह : प्रत्येक जाति अनेक उपजाति में विभक्त होती है जिनमें तुलनात्मक श्रेष्ठता को लेकर अंतर्विरोध होता है। 17. वर्णों मे अंतर्विवाह का निषेध नहीं था और इस निषेध का न होना मूल आर्य समाज की परंपरा के अनुकूल था। 18. आज ये सभी शहर के सामाजिक गठन के अभिन्न अंग है जिनके बीच पीढ़ियों से विवाह एवं अंतर्विवाह होते आये हैं। 19. आज ये सभी शहर के सामाजिक गठन के अभिन्न अंग है जिनके बीच पीढ़ियों से विवाह एवं अंतर्विवाह होते आये हैं। 20. 1 . जातिय अंतर्विवाह : इस नियम के अंतर्गत एक व्यक्ति को अपनी जाति के अंतर्गत ही विवाह करने की छूट है।