11. राजनीति की कीचड़ की अनश्वरता को जताने के लिए इससे ज्यादा क्या कहा 12. वटवृक्ष की अनश्वरता , उसकी सुदीर्घ- जीविता इसे धार्मिक- आध्यात्मिक संदर्भों से जोड़ती है। 13. -पदार्थ की अनश्वरता सिर्फ़ गीता का वाक्य नहीं है पूर्णरूपेण वैग्यानिक सिद्धान्त है . .. 14. विश्व की अनश्वरता का सिद्धांत मैं आगे चलकर कहूँगा जब कि द्रव्य और शक्ति 15. इस तरह नश्वरता से अनश्वरता की ओर बढने का प्रयास आध्यात्मिकता का आधार है। 16. मानव और प्रकृति की तरह इसकी नैसर्गिक विविधता ही इसकी सुन्दरता भी है और अनश्वरता भी। 17. राजनीति की कीचड़ की अनश्वरता को जताने के लिए इससे ज्यादा क्या कहा जा सकता है। 18. काँपते काँपते वह कहती है , मैं फिर से भरोसा करना चाहती हूँ किसी अनश्वरता में . 19. उन्हीं कोटरों में रहते हैं अब कछुए मुस्कान जैसे मुँह वाले वहीं से बुलाती है सबको अनश्वरता 20. क्यों कि विचार शब्दमय होते हैं और शब्दों की अनश्वरता को तो विज्ञान भी स्वीकार करता है ।