11. अब तिल के साथ पिता , पितामह , प्रपितामह और माता , मातामह , प्रमातामह के निमित्त तीन-तीन तिलांजलियां दें। 12. व्यक्ति को पिता , पितामह , प्रपिता आदि से जोडकर भी देखा गया है और माता , मातामह और प्रमाता आदि से भी। 13. व्यक्ति को पिता , पितामह , प्रपिता आदि से जोडकर भी देखा गया है और माता , मातामह और प्रमाता आदि से भी। 14. नाना-नानी आदि मातामह पक्ष के पितरों का श्राद्ध 5 अक्टूबर की पूर्वाह्न में होगा और उसी दिन अपराह्न से नवरात्र भी शुरू हो जाएंगे। 15. अतः कुबेर रावण का सौतेला भाई था जिससे बाद में अपने मातामह के कहने पर रावण नें लंका का राज और पुष्पक विमान छीन लिया . 16. मातामह ( नाना नानी का श्राद्ध पूर्वाहन में) (5 अक्टूबर) नाना/नानी एवं मातामह का श्राद्ध उसी अवस्था में किया जाता जिन पितरों के पुत्र नहीं होते हैं।17. मातामह ( नाना नानी का श्राद्ध पूर्वाहन में) (5 अक्टूबर) नाना/नानी एवं मातामह का श्राद्ध उसी अवस्था में किया जाता जिन पितरों के पुत्र नहीं होते हैं। 18. मातामह श्राद्ध अपने आप में एक ऐसा श्राद्ध है जो एक पुत्री द्वारा अपने पिता को व एक नाती द्वारा अपने नाना को तर्पण किया जाता है।19. मातामह श्राद्ध अपने आप में एक ऐसा श्राद्ध है जो एक पुत्री द्वारा अपने पिता को व एक नाती द्वारा अपने नाना को तर्पण किया जाता है।20. इस वर्ष पितृपक्ष के श्राद्ध 30 सितम्बर से 15 अक्टूबर के बीच रहेंगे ! आखिरी मातामह का श्राद्ध 16 अक्टूबर के पूर्वाह्न में होगा और उसी दिन अपराह् न. ..