21. 1 . खंध सं. - पाँच स्कंधों की अनित्यता, दु:खता और अनात्मता का विवेचन। 22. संसार की अनित्यता एवं दुखों की अधिकता देखकर हृदय में विरक्ति उत्पन्न होती है। 23. संसार की अनित्यता , भगवद्भक्ति और संत स्वभाव के संबंध में उन्होंने कहा हैं - 24. सब तरफ अनित्यता है और आदमी अदभुत है कि वह नित्य मानकर जी रहा है। 25. संसार की अनित्यता , वस्तुजगत की नित्सारता और परमात्मा के स्वरूप का ज्ञान इसके आलम्बन हैं। 26. और आत्मा की अनित्यता और उसके बार बार जन्म होने पर विश्वास रखते थे . 27. ( अनित्यता ) मेडिकल सांइस भी अब मानसिक लक्षणॊं की प्रमुखता को मानने लगा है । 28. तीसरा नेत्र उनका ' बोधिनेत्र' है, जिसके माध्यम से उन्होंने संसार की अनित्यता का साक्षात अनुभव किया। 29. संसार की अनित्यता , वस्तुजगत की नित्सारता और परमात्मा के स्वरूप का ज्ञान इसके आलम्बन हैं। 30. जब मैने इसे पढ़ा तो लगा कि यह हमें जीवन में अनित्यता का बोध करा सकती है .