21. मार्क्सीय वैचारिकता के अन्तर्गत हम भूख , गरीबी, बेरोजगारी, अभावग्रस्तता, शोषण आदि का वित्रण पाते हैं । 22. जैनेन्द्र की कहानियों में अभावग्रस्तता एक बहुत बड़ा मसला बनकर पाठकों के सामने उपस्थित होता है। 23. जिंदगी में अभावग्रस्तता कैसे-कैसे मुहावरे गढ लेती है , कहानी गुणा भाग इसका अहसास कराती है। 24. अभावग्रस्तता घरों में कलह को जन्म देती है , अक्सर पत्नी के साथ भी उसकी झड़प हो जाती.25. वे इतने अभावग्रस्तता के दिन थे कि ईमानदारी जैसे शब्द व्यावहारिक जीवन में बेमानी जान पड़ते थे। 26. हुसैन अपने जीवन के शुरुवाती दौर में ही अभावग्रस्तता के चलते इस अपेक्षा से परिचित हो गए थे। 27. हमे यह नहीं भूलना चाहिए कि अभावग्रस्तता तो संवेदना को समय से पहले ही प्रौढ़ बना देती है। 28. अभावग्रस्तता घरों में कलह को जन्म देती है , अक्सर पत्नी के साथ भी उसकी झड़प हो जाती .29. सोचा जाता है कि पैसे का उपयोग अभावग्रस्तता को दूर करने एवं सत्प्रवृत्तियों को बढ़ाने में होना चाहिए । 30. अभावग्रस्तता यदि सहन न हो सकी तो वे अपराधी रीति- नीति अपना लेंगे और अपना लोक- परलोक दोनों बिगाड़ेंगे ।