21. उसी से स्पष्ट होता है कि कितना दुर्गम , दुष्प्राप्य और पूर्ण जीवन रहा है घनघोर जंगलों में 22. उसी से स्पष्ट होता है कि कितना दुर्गम , दुष्प्राप्य और पूर्ण जीवन रहा है घनघोर जंगलों में 23. यह समझने में तुम्हें उनकी सहायता करनी होगी कि उच्चतम यौगिक उपलब्धियाँ गृहस्थों के लिये दुष्प्राप्य नहीं हैं। 24. उसी से स्पष्ट होता है कि कितना दुर्गम , दुष्प्राप्य और पूर्ण जीवन रहा है घनघोर जंगलों में 25. उसी से स्पष्ट होता है कि कितना दुर्गम , दुष्प्राप्य और पूर्ण जीवन रहा है घनघोर जंगलों में 26. नायक किसी कुमारी अथवा सुंदरी को पाना चाहता है , पर वह मृग की भाँति दुष्प्राप्य हो जाती है। 27. इसी प्रकार नवलकिशोर प्रेस , लखनऊ द्वारा प्रकाशित कई दुष्प्राप्य फारसी इतिहास ग्रंथ भी यहाँ सुलभ हैं । 28. समान्य आत्मपरितोष से लेकर अचिंत्य , असाध्य , दुष्प्राप्य लक्ष्य की प्राप्ति तक संभव है तो व्रत मात्र से। 29. समान्य आत्मपरितोष से लेकर अचिंत्य , असाध्य , दुष्प्राप्य लक्ष्य की प्राप्ति तक संभव है तो व्रत मात्र से। 30. इसी प्रकार इसमें दिए उदाहरणों प्रत्युदाहरणों से कुछ ऐसे ऐतिहासिक तथ्यों की समुपलबिध हुई है जो अन्यत्र दुष्प्राप्य थे।