21. पीतक ( योक); 5 में पृथक्स्तरण (डिलैमिनेशन) दिखाया गया है; छ. पीतक; तथा 6 में अंतर्वलन (इन्वो-22. पीतक ( योक); 5 में पृथक्स्तरण (डिलैमिनेशन) दिखाया गया है; छ. पीतक; तथा 6 में अंतर्वलन (इन्वो- 23. पीतक की मात्रा तथा उसकी स्थिति के अनुसार अंडे का विभाजन भिन्न-भिन्न प्रकार का होता है।24. जहाँ पीतक अंडे के केंद्रस्थल में रहता है वहाँ विभाजन क्रिया केवल परिधि पर आवद्ध रहती है। 25. भ्रूणपट्ट ( embryonic disc), उल्व (amnion), देहगुहा (coelom) तथा पीतक (yolk) थैली में भरे द्रव्य से पोषण लेता है। 26. एकत : पीती अंडों में नीचे की ओर पीतक के संचय के कारण एकभिक्तिका गुहा ऊपर की ओर बनती है। 27. पियर्स पीतक झिल्ली , श्वेतपटल, रेटिना और सुई की एक अचानक हल्के धक्का से कांच का हास्य के माध्यम से. 28. परंतु पीतक की मात्रा कम होने पर बहुधा भ्रूण अल्पविकसित अवस्था में ही जन्म लेकर स्वावलंबी हो जाता है। 29. दूसरे प्रकार में पीतक की मात्रा बहुत अधिक होती है ओर वह अंडे के निम्नभाग में एकत्रित रहता है। 30. प्रथम में पीतक की मात्रा बहुत कम होती है ओर वह सारे अंडे में समान रूप से विस्तृत रहता है।