21. प्रोटीन द्वारा ही प्रतिजैविक ( एन्टीबॉडीज़) का निर्माण होता है जिससे शरीर प्रतिरक्षा होती है। 22. अक्सर एक स्थानिक कोर्टिकोस्टेरॉयड स्थानिक प्रतिजैविक के साथ संयोजन में शल्यकर्मोत्तर दिया जाता हैं . 23. हाल ही में , प्रतिजैविक प्रतिरोधी जीवों का विकास अधिक चिंता उत्पन्न कर रहा है। 24. हाल ही में , प्रतिजैविक प्रतिरोधी जीवों का विकास अधिक चिंता उत्पन्न कर रहा है। 25. इन दोनों में प्रतिजैविक रसायन की मौजूदगी फंफूदजनित रोगों में एंटीबायोटिक का कार्य करती है। 26. आज हमें स्ट्रेप्टोमाइसीन , क्लोरोमाइसेटीन, सल्फ़ा ड्रग्स तथा टेट्रासाइक्लीन आदि कई उपयोगी प्रतिजैविक ओषधियाँ प्राप्त हैं। 27. कतिपय रोगों के लिए प्रतिजैविक पदार्थ ( antibiotic) तथा रसायनचिकित्सा (chemotherapy) बहुत प्रभावकारी सिद्ध हुई है। 28. आज हमें स्ट्रेप्टोमाइसीन , क्लोरोमाइसेटीन, सल्फ़ा ड्रग्स तथा टेट्रासाइक्लीन आदि कई उपयोगी प्रतिजैविक ओषधियाँ प्राप्त हैं। 29. [ 3] प्रोटीन द्वारा ही प्रतिजैविक (एन्टीबॉडीज़) का निर्माण होता है जिससे शरीर प्रतिरक्षा होती है। 30. १९४६ में प्रतिजैविक स्ट्रेप्टोमाइसिन के विकास होने तक प्रभावी उपचार और मुक्ति संभव नहीं हुआ।