21. तथा वह उस हरितिमा की सृष्टि कर रहा है जिससे यह लौह युग हरितिमा में बदल जाये । 22. जैन धर्म एक अनीश्वरवादी धर्म तथा दार्शनिक प्रणाली है जिसका प्रारंभ भारत में लौह युग में हुआ था . 23. जैन धर्म एक अनीश्वरवादी धर्म तथा दार्शनिक प्रणाली है जिसका प्रारंभ भारत में लौह युग में हुआ था . 24. यूरोपीय समदर्शों के अनुरूप उन्होंने प्रमुख सांस्कृतिक कालखंडों को पुरापाषाण , नवपाषाण और लौह युग की संज्ञा दी। 25. इन रहस्यमय पत्थर urns 500 में से लौह युग में वापस तिथि BCE 500 CE के लि ए . 26. करीब 3 , 000 साल पहले व्यापार में बाधा आने के कारण यूनानी लोग कांस्य युग से लौह युग में आ गए। 27. इस वक्त लौह युग ( कलियुग ) के इस चरण में दुखों के पहाड़ को परे धकेलने की ज़रुरत है। 28. करीब 3 , 000 साल पहले व्यापार में बाधा आने के कारण यूनानी लोग कांस्य युग से लौह युग में आ गए। 29. विकास यात्रा में वह लौह युग से चल कर जेट युग और फिर कंप्यूटर युग में प्रवेश कर गया . 30. लौह युग के प्रारंभ से केल्टिक प्रभाव बढ़ता गया और दक्षिणी सभ्यता के केंद्रों से त्यूतन लोगों का संबंध धीरे धीरे टूटता गया।