21. दरअसल ये चुनाव कहीं न कहीं दक्षिण और वाम पंथ की लड़ाई को निर्णायक दौर में पहुंचाने वाले हो गए लगते हैं। 22. लेकिन इसके लिए उन्होंने जो पापड़ बेले और वाम पंथ से लड़ने के लिए ममता पंथ ईजाद किया वह काबिलेतारीफ है . .. 23. मगर विकल्प ( वाम पंथ , दक्षिणपंथ , भाजपा , सपा , बसपा वगैरह ) भी तो लगातार अविश्वसनीय होते जा रहे हैं। 24. तीन-चार साल में ही इन कठिनाइयों से उबरने के लिए वाम पंथ द्वारा वैकल्पिक मार्ग की परिकल्पना जन संस्कृति मंच के अधीन रूपायित हुई। 25. यह बात दीगर है लेकिन वाम पंथ के लिए विचारणीय कि यह सब कुछ प्रचलित वामपंथी राजनीति के दायरे के बाहर किया गया है . 26. यदि आज भारत में ब्राह्मणवाद , सामन्तवाद और जातिवाद की जड़ें मजबूत हैं , तो उसका एक कारण वाम पंथ का ब्राह्मण नेतृत्व भी है। 27. वाम पंथ से ऊबे लोग चाहते हैं कि एक बार ममता पंथ की सत्ता से बंगाल में क्या बदलाव आता है , देख ही लिया जाये.28. १ ९ ६ ० के दशक में पश्चिम बंगाल के नक्सल बारी में हुए वामपंथी आन्दोलन ने वाम पंथ के लिए एक आईने का काम किया था। 29. यह वाम पंथ की उस हिमाकत का नतीजा है कि मनमोहन सरकार के अमरीका प्रेम और देश में आर्थिक बदहाली के चलते उसका समर्थन वापिस लिया . 30. इस तरह की बात करने वाले यदि वामपंथ के समर्थन में खड़े हैं तो वाम पंथ को किसी और दुश्मन की या वर्ग शत्रु की आवश्यकता नहीं .