31. विपक्षी के अभिवचन से यह जरूर लगता है कि उसके पास कुछ खेती बारी है। 32. शेष अभिवचन नये सिरे से उठाने की अनुमति न्यायालय द्वारा प्रदान नहीं की गयी है। 33. यह राखी एक धागा न होकर प्रेम , विश्वास, आस्था तथा सुरक्षा का अभिवचन स्प्रेषित करता है। 34. उल्लेखनीय है कि इस कहानी का उल्लेख विपक्षी ने अपने अभिवचन में कदापि नही किया है। 35. उल्लेखनीय है कि सामाना वापस दिलाने के बारे में अभिवचन में कोई भी उल्लेख नही है। 36. विपक्षी ने प्रार्थिनी की आय के बारे में अपने अभिवचन में कुछ भी नहीं कहा है। 37. अपने अभिवचन में पत्नी ने कहा है कि विदायी के संबंध में कोई पंचायत नही हुई थी। 38. अभिवचन में पत्नी ने मात्र यह कहा है कि वादी का अवैध संबंध अन्य महिलाओं से है।39. यह राखी एक धागा न होकर प्रेम , विश्वास , आस्था तथा सुरक्षा का अभिवचन स्प्रेषित करता है। 40. परन्तु हम देखते हैं कि इन दो अभिवचनों में से उनके लिये केवल एक ही अभिवचन पूरा हुआ।