31. कला - पंचम / पंचमेश एवं कारक गुरू का पीड़ित होना कला के क्षेत्र में पढाई का कारक होता हैं। 32. कुंडली में शुक्र का राहु या शनि व मंगल द्व ारा पीड़ित होना भी पितृदोष का सूचक है। 33. चन्द्रमा मन का प्रतिनिधि ग्रह है अतः ऐसे जातक को निरन्तर मानसिक अशांति से भी पीड़ित होना पड़ता है। 34. सोम प्रदोष व्रत उन लोगों के लिए मनोकामनापूरक व्रत है , जिन्हें चंद्रमा ग्रह से पीड़ित होना पड़ रहा है। 35. प्रदोष व्रत उन लोगों के लिए मनोकामनापूरक व्रत है , जिन्हें चंद्रमा ग्रह से पीड़ित होना पड़ रहा है। 36. नोट : मई 2008 में राहु की महादशा के अंतर्गत जातक के नेत्र संबंधित परेशानी से पीड़ित होना पड़ा। 37. 3 . लग्नेश का 6 , 8 , 12 वें में पीड़ित होना पूर्व दिशा में दोष करता है। 38. पीड़क से भला है पीड़ित होना - यह समझने वाली गोविन्दी और अन्याय के प्रति खुल कर बोलती हुई धनिया। 39. चंद्रमा मन का प्रतिनिधि ग्रह है , अतः ऐसे जातक को निरंतर मानसिक अशांति से भी पीड़ित होना पड़ता है। 40. प्रदोष व्रत उन लोगों के लिए भी मनोकामनापूरक व्रत है , जिन्हें चन्द्रमा ग्रह से काफी पीड़ित होना पड़ रहा है।