31. श्येन इसी कारण रखा गया हैं कि जैसे श्येन दूसरे पक्षियों को अपने चंगुल32. श्येन इसी कारण रखा गया हैं कि जैसे श्येन दूसरे पक्षियों को अपने चंगुल 33. फा श्येन को पता लगा कि यह पूर्वी चीन के शान तुंग प्रायद्वीप है। 34. देव स्थल कहलाने वाले श्येन यू पहाड़ पर विशाल आदिम घने जंगल हैं । 35. ऐसी वेदी बनवाने वाला स्वयं श्येन का रूप लेकर उड़ते हुए स्वर्गलोक पहुँच जाता है। 36. श्येन यू पहाड़ी क्षेत्र में चाय के पेड़ उगाने का इतिहास बहुत पुराना है ।37. ऐसी वेदी बनवाने वाला स्वयं श्येन का रूप लेकर उड़ते हुए स्वर्गलोक पहुँच जाता है। 38. इसलिए , उन्होंने फा श्येन को पानी जहाज से उतारने का निर्णय करना पड़ा है। 39. पांडवों ने व्यूह-रचना की . युधिष्ठिर ने अपने आप को श्येन (बाज) के रूप में प्रस्तुत किया. 40. श्येन पक्षी , बाज, बाज से शिकार कराना, खाँसकर के गला साफ करना, फेरी का माल बेचना