31. कहीं ये सुंघनी सुंघाकर किसी को बेहोश कर देते हैं और कहीं लखलखा सुंघाकर होश में ले आते हैं। 32. काशी के ' सुंघनी साहू' के प्रसिद्व घराने में श्री जयशंकर प्रसाद का जन्म ३० जनवरी १८९० (संवत१९४६) में हुआ। 33. काशी के ' सुंघनी साहू' के प्रसिद्व घराने में श्री जयशंकर प्रसाद का जन्म ३० जनवरी १८९० (संवत१९४६) में हुआ। 34. काशी के ‘ सुंघनी साहु ' के प्रसिद्ध घराने में श्री जयशंकर प्रसाद का संवत् 1946 में जन्म हुआ। 35. कहीं ये सुंघनी सुंघाकर किसी को बेहोश कर देते हैं और कहीं लखलखा सुंघाकर होश में ले आते हैं। 36. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट तो छापों में विश्वास रखता है , जहाँ कहीं सुंघनी मिली नहीं कि पहुँच गए दस्ता लेकर. 37. कहीं ये सुंघनी सुंघाकर किसी को बेहोश कर देते हैं और कहीं लखलखा सुंघाकर होश में ले आते हैं। 38. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट तो छापों में विश्वास रखता है , जहाँ कहीं सुंघनी मिली नहीं कि पहुँच गए दस्ता लेकर । 39. अगले वर्ष जब उस ड्यूक ने अपना वही कोट पहना तो उसकी अंदर की जेब में वह सुंघनी मिल गयी। 40. अपने कुछ पुराने अधिकारियों के सम्मान में दिए गए रात्रिभोज के बाद उन्होंने खोई हुयी सुंघनी को खोजना शुरू किया।