41. अंग ऊर्जा “क्यूई” कहलाता है , और यह अवरोधित, दोषयुक्त, या बढ़ सकता हैं. 42. * सभी कर्म दोषयुक्त हैं पर सहज कर्मों का त्याग करना उचित नहीं । 43. दोषयुक्त केन्द्रेश + दोषयुक्त त्रिकोणेश , संबंधी - सामान्य 5.दोषयुक्त केन्द्रेश+दोषयुक्त त्रिकोणेश, असंबंधी - अशुभ।44. दोषयुक्त केन्द्रेश + दोषयुक्त त्रिकोणेश , संबंधी - सामान्य 5.दोषयुक्त केन्द्रेश+दोषयुक्त त्रिकोणेश, असंबंधी - अशुभ। 45. दोषयुक्त एवं घटिया कागज के कारण अर्थव्यवस्था पर गम्भीर सुरक्षा खतरा खड़ा हो गया46. इस दोषयुक्त लग्न में विवाह कार्य संपादित होने से दाम्पत्य जीवन प्रभावित होता है। 47. अपना कर्म यानि स्वधर्म , दोषयुक्त हो तो भी उसका त्याग नहीं करना चाहिये । 48. अपना कर्म यानि स्वधर्म , दोषयुक्त हो तो भी उसका त्याग नहीं करना चाहिये । 49. इसीलिए धर्म और मर्यादा की रक्षा करने वाले महापुरूष कभी दोषयुक्त आचरण नहीं करते। 50. मानव प्रजाति में लगभग 5000 जीन दोषयुक्त हैं , जिनकी पहचान की जा रही है।