41. इसलिये कुछ विद्वानों ने इसे अभिधम्म पिटक के अंतर्गत करने की उपयुक्तता बताई है। 42. - ( विन्य पिटक १, १०) यही 'धर्मचक्र प्रवर्तन' के रुप में पहला उपदेश था। 43. इसलिये कुछ विद्वानों ने इसे अभिधम्म पिटक के अंतर्गत करने की उपयुक्तता बताई है। 44. बौद्ध चिंतकों ने खासकर विनय पिटक , अभिधर्म-कोश और उनकी टीकाओं-भाष्यों में समाजशास्त्रीय चिंतन किया है. 45. उपर्युक्त बुद्धवचन हीनयान पिटक में भी हैं , अत : वहाँ भी धर्मनैरात्म्य सप्रतिपादित हैं। 46. यह सुत्त पिटक के सबसे छोटे निकाय खुद्दकनिकाय के 15 अंगों में से एक है। 47. वुलर एवं रीज डेविड्ज महोदय ने ‘ पिटक ‘ का शाब्दिक अर्थ टोकरी बताया है। 48. पालि साहित्य मूल पालि साहित्य तीन भागों में विभक्त है , जिन्हें पिटक कहा गया है 49. त्रिपिटक को तीन भागों में विभाजित किया गया है , विनयपिटक, सुत्तपिटक और अभिधम्म पिटक । 50. त्रिपिटक को तीन भागों में विभाजित किया गया है , विनयपिटक, सुत्तपिटक और अभिधम्म पिटक ।