41. ऐसा नहीं है कि आजतक मैंने कभी अपनी शायिका न बदली हो , पर वह तो परस्पर समझौते से होता है। 42. * सेना चयन मंडल में प्रथम बार भाग लेने वालों को द्वितीय श्रेणी की शायिका का रेल भाड़ा दिया जाता है। 43. आम आदमी को अचानक कहीं जाना है , रेल की शायिका में सीट नहीं मिली,जाना जरूरी है, सामान्य डिब्बे मे यात्रा कर ली। 44. अब उन बेचारे दंपत्ति की हालत देखने लायक थी जिनकी शायिका होते हुए भी वो उसका उपयोग नहीं कर सकते थे . 45. दोनों के पास आरक्षण का टिकट था और दोनों ही का ही दावा था कि उसी शायिका पर उनका आरक्षण है । 46. तब मैंने देखा की अनुमानतः अधेड़ अथवा उससे कुछ कम उम्र की एक महिला अपनी शायिका ( बर्थ ) खोज रही हैं । 47. यदि कोई यात्री कोई शायिका अथवा सीट आरक्षित कराना चाहे तो उसे रेल आरक्षण केन्द्र / प्राधिकृत ट्रेवल एजेंसी से ही टिकट खरीदना चाहिए। 48. किसी विशेष प्रकार के सवारी डिब्बे के लगो जाने या किसी विशेष सीट अथवा शायिका दिए जाने की भी कोई गारंटी नहीं होती है। 49. तब उस महिला को कैसे यात्रा से एक दिन पहले ही शायिका संख्या की जानकारी मिल गयी यह प्रश्न मेरे लिए अनुत्तरित था । 50. रेलगाड़ी के डिब्बे की खिड़की के पास की शायिका ( बर्थ ) की एक ओर मेरी सीट थी तो दूसरी ओर एक नवयुवक की ।