1. इसकी उत्पत्ति कोशिका द्रव्य ( cytoplasm ) से होती है। 2. नेक्रोसिस में कोशिकाओं के केंद्रक या कोशिका द्रव्य में परिवर्तन होते हैं। 3. द्वितीय चरण कोशिका द्रव्य में उपस्थित माइटोकाँन्ड्रिया के मैट्रिक्स में सम्पन्न होता है। 4. द्वितीय चरण कोशिका द्रव्य में उपस्थित माइटोकाँन्ड्रिया के मैट्रिक्स में सम्पन्न होता है। 5. एक सामान्य कोशिका या प्रारूपिक कोशिका के मुख्य तीन भाग हैं , कोशिकावरण, कोशिका द्रव्य एवं केन्द्रक। 6. श्वसन की क्रिया प्रत्येक जीवित कोशिका के कोशिका द्रव्य ( साइटोप्लाज्म) एवं माइटोकाण्ड्रिया में सम्पन्न होती है। 7. एक सामान्य कोशिका या प्रारूपिक कोशिका के मुख्य तीन भाग हैं , कोशिकावरण, कोशिका द्रव्य एवं केन्द्रक। 8. श्वसन की क्रिया प्रत्येक जीवित कोशिका के कोशिका द्रव्य ( साइटोप्लाज्म) एवं माइटोकाण्ड्रिया में सम्पन्न होती है। 9. पाले के कारण पौधों की कोशिकाओं व ऊतकों में मौजूद कोशिका द्रव्य जमकर बर्फ़ बन जाता है। 10. श्वसन की क्रिया प्रत्येक जीवित कोशिका के कोशिका द्रव्य ( साइटोप्लाज्म ) एवं माइटोकाण्ड्रिया में सम्पन्न होती है।