11. एक संत को भी अरहंत बनने के पूर्व अंतराय कर्म का नाश करना पड़ता है। 12. उसको धर्म की आराधना में कहां अंतराय होती है, इसका कभी विचार किया है? 13. दान पाने के लिए धोखा देने वाला स्वयं अपने लिए ही अंतराय कर्म बांध रहा है। 14. अंतराय के स्थान पर उन्होंने शैतान को रखा है और उसे ' नारद ' नाम दिया है।15. आप लोगों ने इतना इकठ्ठा कर लिया है कि अंतराय बंध का पाप आप लोगों को लग रहा है। 16. जैन दर्शन में अंतराय कर्म निवारण एवं लक्ष्मी प्राप्ति के लिए त्रिकाल चौबीसी व्रत (रोटतीज व्रत) बताया है। 17. मोक्ष प्राप्ति हेतु भगवान के बताए मार्ग दीक्षा को अंगीकार करने में कोई अंतराय करे तो वह हितचिंतक नहीं रहता। 18. भगवान महावीर के आशीर्वचनों से ही सम्यगदर्शन की पुष्टि हो पाती है एवं अंतराय कर्म की प्रबलता कम हो जाती है। 19. शुभ क्रियाओं तथा शुभ-भावों से अंतराय कर्म के उदय से होने वाले विघ्न दूर होए हैं अतः सच्चे देव-शास्त्र-गुरु की पूजा-भक्ति करना ही उचित है। 20. शुभ क्रियाओं तथा शुभ-भावों से अंतराय कर्म के उदय से होने वाले विघ्न दूर होए हैं अतः सच्चे देव-शास्त्र-गुरु की पूजा-भक्ति करना ही उचित है।