11. अल्लाह की मुहब्बत या ग़ुस्सा उसकी (हिकमत) अक़्लमंदी की वजह से है। 12. 32 फ़कीरी, जिहालत से, दौलत, अक़्लमंदी से और इबादत, फ़िक्र से बढ़ कर नही है। 13. शे ' र लिखना जुर्म न सही लेकिन बेवजह शे'र लिखते रहना ऐसी अक़्लमंदी भी नही है ।” 14. प्रिय कवियों की सूची बनाना और फिर उसे जाहिर कर देना अक़्लमंदी का काम नहीं. 15. नहीं रहा वह चरित्र अभिनेता जिसने सिनेमा के परदे को डायलाॅग बोलने की तमीज़ और अक़्लमंदी दी। 16. पस अक़्लमंदी से काम लो और सच्चे दिल से अल्लाह के रसूल की गु़लामी इख़तियार कर लो। 17. 32 फ़कीरी, जिहालत से, दौलत, अक़्लमंदी से और इबादत, फ़िक्र से बढ़ कर नही है। 18. उन्होंने इंसानी अक़दार (मूल्यों), न्याय और अक़्लमंदी की बात पेश की और समाज को सच्चाई का रास्ता दिखाया। 19. ‘‘ ‘ शे ' र लिखना जुर्म न सही लेकिन बेवजह शे ' र लिखते रहना ऐसी अक़्लमंदी भी नहीं है। 20. वह ज़माना अक़्लमंदी और ग़ौर व फिक्र का ज़माना होगा, अक़्ल के ख़िलाफ़ काम करने और इच्छाओं के अनुसरण का नहीं।