11. यदि प्रमाद से कुछ अकार्य हो जाए, तो उसका तत्काल प्रतीकार या प्रायश्चित्त करना चाहिए । 12. अनेक प्रकार्यो के साथ-साथ, संयुक्त परिवार अथवा घराना की संरचना में कई अकार्य भी देखने में आते हैं। 13. पाप और पुण्य, कार्य और अकार्य से फारिग कर दिये गए शोहदों के रचे हुए तंत्र में समारोह! 14. अनेक प्रकार्यो के साथ-साथ, संयुक्त परिवार अथवा घराना की संरचना में कई अकार्य भी देखने में आते हैं। 15. लोकतंत्र अकार्य क्षम बहुजनों के द्वारा थोड़े से भ्रष् ट लोगों को चुनाव द्वारा नियुक् त करने का उपाय है। 16. यदि पहला क्रम रखते तो कहते कि जो अधर्म को धर्म और अकार्य को कार्य समझे वही तामसी बुद्धि है। 17. अगर सोच लें जीवन चार दिन का है तो सुखपाने के लिये अकार्य न करें वासनाओं से दूर रहे । 18. क्रोध कृत्य अकृत्य के विवेक को हर लेता है और तत्काल उसका प्रतिपक्षी अविवेक आकर मनुष्य को अकार्य में प्रवृत कर देता है. 19. इससे साफ हो जाता है कि सामान्य कार्य और अकार्य से अलग ही धर्म एवं अधर्म हैं-ये विशेष पदार्थ हैं । 20. क्रोध कृत्य अकृत्य के विवेक को हर लेता है और तत्काल उसका प्रतिपक्षी अविवेक आकर मनुष्य को अकार्य में प्रवृत कर देता है.