11. ‘ जनता की चेतना ' वस्तुत: अचेतनता ही है जिसका बुर्जुआ पार्टियां दोहन करती हैं। 12. और प्रधान में अचेतनता है / इन तीनो का विव्केक तत्व ज्ञान कहा गया है. 13. जो लोग वर्तमान के प्रति उपेक्षाभाव रखते हैं उनमें अतीत के प्रति भी अचेतनता होती है। 14. जो लोग वर्तमान के प्रति उपेक्षाभाव रखते हैं उनमें अतीत के प्रति भी अचेतनता होती है। 15. अतएव निद्रा उत्पादक और अचेतनता लानेवाली ओषधियाँ तथा बिजली के झटके मनोविक्षिप्ति में स्थायी लाभ नहीं पहुँचाते। 16. धीरे धीरे अचेतनता बढ़ती जाती है और साथ ही पेशियों का संस्तंभ भी अधिक हो जाता है। 17. अतएव निद्रा उत्पादक और अचेतनता लानेवाली ओषधियाँ तथा बिजली के झटके मनोविक्षिप्ति में स्थायी लाभ नहीं पहुँचाते। 18. इस प्रकार का व्यक्ति बिना कुछ जाने हुए दो घण्टे अचेतनता में बैठने के बाद जागता है। 19. अतएव निद्रा उत्पादक और अचेतनता लानेवाली ओषधियाँ तथा बिजली के झटके मनोविक्षिप्ति में स्थायी लाभ नहीं पहुँचाते। 20. परन्तु दृष्टि से अचेतनता या मूर्च्छा के और भी अनेक स्तर व रूप हो सकते हैं ।