11. यह हमेशा स्पष्ट नहीं है जब हमारे पास संरचनात्मक अनेकार्थता का मामला है। 12. ये वाक्यांश या वाक्य में अनेकार्थता लाते हैं जिसमें ये बनते हैं, जैसे 13. अनेकार्थता इस स्तर पर ऐसी एकायामिता का प्रतिकार भी हो सकती है.14. कविताओं में खुलापन और अनेकार्थता कई बार मुनासिब वक्त के इंतज़ार में भी खड़े रहते हैं. 15. जब लोग अनेकार्थता भाषा का प्रयोग करते हैं, आमतौर पर इसकी अनेकार्थता नियत नहीं होती है। 16. जब लोग अनेकार्थता भाषा का प्रयोग करते हैं, आमतौर पर इसकी अनेकार्थता नियत नहीं होती है। 17. इस प्रकार अनेकार्थता बिल्कुल स्पष्ट है और बेहतरशब्दार्थ विज्ञान व्याख्या अधीन के रूप में वर्णित है। 18. ' अनेकार्थता ' के मुद्दे को ज़रूरत से ज़्यादा तूल देने का इरादा नहीं है. 19. कविताओं में खुलापन और अनेकार्थता कई बार मुनासिब वक्त के इंतज़ार में भी खड़े रहते हैं. 20. टेक का सवाल यह कि शमशेर की कविता की अनेकार्थता का समय का आखिर क्या रिश्ता ठहरता है?