11. ४ ६) ` कहने का तात्पर्य है कि वेदों मे अनेकेश्वरवाद से हीनोथीइज्म और फिर एकेश्वरवाद का विकास हुआ 12. पैग़म्बरे इस्लाम की पैग़म्बरी अज्ञानता, अनेकेश्वरवाद , अंधविश्वास और दूसरों के अधिकारों पर अतिक्रमण रोकने की दिशा में महाक्रांति लायी। 13. ईश्वरवाद से पैदा होने वाले अख़्लाक़ और अनेकेश्वरवाद , नास्तिकता या भौतिकवाद से पैदा होने वाले अख़्लाक़ बराबर नहीं हो सकते। 14. तिरमीज़ी और बुख़ारी जैसे सुन्नी समुदाय के दिग्गज धर्मगुरूओं ने अपनी हदीसों की किताबों में कभी भी शिफ़ाअत को अनेकेश्वरवाद नहीं कहा। 15. तब वैदिक काल के अनेकेश्वरवाद से (जिसमें एकेश्वरवाद का बीज-वपन हो गया है) उपनिषत्काल के एकेश्वरवाद तक हम आ जाते हैं। 16. पृथ्वी पर आने वाले सर्वप्रथम मनुष्य हज़रत आदम ईश्वरीय दूत और एकेश्वरवाद के प्रचारक थे तथा अनेकेश्वरवाद सच्चे धर्म का बिगड़ा हुआ रूप है। 17. अतः जिन महापुरूषों के यहाँ मूर्तिपूजा या अनेकेश्वरवाद की शिक्षा हो वे या तो रसूल नहीं हैं अथवा उनकी शिक्षाओं मे फेरबदल हो गया है। 18. अब्दुर्रहमानः वालिद वालिदा के कुफ्र (अधर्म, नास्तिकता) और शिर्क (अनेकेश्वरवाद ) पर मरने के गम ने मुझे निढाल कर दिया था। 19. छठी शर्त: इख़्लास: इस से अभिप्राय अमल को सभी प्रकार के शिर्क (अनेकेश्वरवाद ) की मिलावट से पवित्र और शुद्ध करना है। 20. अतः जिन महापुरूषों के यहाँ मूर्तिपूजा या अनेकेश्वरवाद की शिक्षा हो वे या तो रसूल नहीं हैं अथवा उनकी शिक्षाओं मे फेरबदल हो गया है।