11. इन सूत्रों की व्याख्या तथा उनसे उद्भूत निष्कर्ष अत्यन्त दुष्कर तथा अबोधगम्य होते हैं। 12. का आलम यह है कि विषय को आम आदमी के लिए बहुत हद तक अबोधगम्य बना 13. जहां कविता गरिष्ठ एवं अबोधगम्य हुई है तो घोर लापरवाही के चलते लद्धड़ गद्य”-महेश चंद पुनेठा 14. अतिरिक्त सजगता के चलते जहां कविता गरिष्ठ एवं अबोधगम्य हुई है तो घोर लापरवाही के चलते लद्धड़ गद्य। 15. अतिरिक्त सजगता के चलते जहां कविता गरिष्ठ एवं अबोधगम्य हुई है तो घोर लापरवाही के चलते लद्धड़ गद्य। 16. उसमें न तो कोई सिद्धांत हैं और न ही कोई विचारधारा-उसमें केवल जीवन का अबोधगम्य आनंद है. 17. इस का आलम यह है कि विषय को आम आदमी के लिए बहुत हद तक अबोधगम्य बना दिय जाता है। 18. इस का आलम यह है कि विषय को आम आदमी के लिए बहुत हद तक अबोधगम्य बना दिय जाता है। 19. बोलचाल की अरबी में कई बोलियाँ शामिल हैं, जिसमें से कुछ तो एक-दूसरे के लिए अबोधगम्य हैं। 20. इलेक्ट्रॉन या प्रोटौन जैसे अपेक्षाकृत बड़े कणों के विपरीत इन कणों या तरंगों की प्रकृति और व्यवहार बहुत अनूठा और अबोधगम्य है.