11. पुस्तक “आशा के लक्षण: एक अमित्र दुनिया में जीवित रहने के तरीके,” 12. इस पर श्रीराम कहते है, “क्रोध: प्राण हर: शत्रु: क्रोधो अमित्र मुखो रिपु:। 13. थोड़ा अंतरिक्ष जहाज ब्रह्मांड में यात्रा कर रहे थे और अचानक अमित्र आकाशगंगा 14. मित्र से, अमित्र से, ज्ञात से, अज्ञात से हम सब के लिए अभय हों। 15. बदमाश भले हों अमित्र नहीं होतें हैं पेड़ पर्यावरण के नेताओं के मानिंद. 16. जायं, क्योंकि अब आप तो विश्व के अमित्र जी से राजा हरिश्चन्द्र को दुख 17. आपको एवं आपके समस्त मित्र / अमित्र इत्यादी सबको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाऎं. 18. आपने जो मित्र कवियों और अमित्र आलोचकों से बाहर निकलने की बात की है. 19. आपको एवं आपके समस्त मित्र / अमित्र इत्यादी सबको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाऎं।आप काफी अच्छा लिखते हैं। 20. को देखने के समय में अच्छा हो सकता है लेकिन वे बहुत खोज इंजन अमित्र .