11. बालक अपने अनुभवों के आधार पर अमूर्त विचार (आब्स्ट्रच्ट् ट्हिन्किन्ग्) एवंधारणायें (छोन्चेप्ट्स्) बना सकता है. 12. अमूर्त विचार वक्त की लय के साथ धीरे धीरे रागात्मक शब्दों में ढलने लगते हैं।13. इसे ' अर्थ' की संज्ञात्मक ईकाई; एक अमूर्त विचार या मानसिक प्रतीक के तौर पर समझा जाता है। 14. और चीज़ों को समझने के लिए अमूर्त विचार की शरण लेते हैं या यथार्थ वास्तविकता के विश्लेषण की। 15. हैमिल्टन ने अमूर्त विचार या चिंतन (एब्सट्रैक्शन) को ध्यान का ही पूरक किंतु एक प्रकार का निषेधात्मक पक्ष माना है। 16. हैमिल्टन ने अमूर्त विचार या चिंतन (एब्सट्रैक्शन) को ध्यान का ही पूरक किंतु एक प्रकार का निषेधात्मक पक्ष माना है। 17. यह दर्शाता है कि अंकगणित पर अमूर्त विचार करने का प्रचलन बौधायन के समय में भारत में कितना अधिक विकसित था। 18. अमूर्त विचार ” परीक्षण, पुष्ट करने के लिए बनाया है, लेकिन उनमें से अंततः कोई भी सफल रहे थे.19. अर्थात् हमको, उनके विचार में, इन सब परिस्थितियों से ऊपर रहकर लेखन में अमूर्त विचार ही प्रस्तुत करने चाहिए थे। 20. अर्थात् हमको, उनके विचार में, इन सब परिस्थितियों से ऊपर रहकर लेखन में अमूर्त विचार ही प्रस्तुत करने चाहिए थे।