11. उन्होंने ‘ आषाढ़ का एक दिन ' के रूप में हिंदी का पहला आधुनिक नाटक भी लिखा। 12. उन्होंने ‘ आषाढ़ का एक दिन ' के रूप में हिंदी का पहला आधुनिक नाटक भी लिखा। 13. यही कारण है कि हबीब तनवीर के नाटक, दूसरे नाटको से अलग आधुनिक नाटक बन जाते हैं। 14. मैंने अपने शोध के समय संस्कृत के लगभग सभी पुराने नाटक और साठ के लगभग आधुनिक नाटक पढ़े हैं. 15. है न आधुनिक नाटक का कमाल? यही सब कारण है जो वर्तमान युग को नाटक युग कहा जाना चाहिए। 16. मैंने अपने शोध के समय संस्कृत के लगभग सभी पुराने नाटक और साठ के लगभग आधुनिक नाटक पढ़े हैं. 17. वैसे भी आधुनिक नाटक की बात करते हैं तो नाटक न किसी भाषा का रह जाता है न किसी देश का। 18. वैसे भी आधुनिक नाटक की बात करते हैं तो नाटक न किसी भाषा का रह जाता है न किसी देश का। 19. आधुनिक नाटक गली, मुहल्लों,चट्टी-चौराहों, गांव-जवार तक यदि पहुंच सका, तो यह बादल दा जैसे महान रंगकर्मी की भारी सफलता थी.20. दरअसल, जब हम आधुनिक नाटक की बात करते हैं तो नायक न किसी भाषा का रह जाता है, न देश का।