11. प्रथम चरण में प्रायः आवेशित कण को एक विद्युतस्थैतिक क्षेत्र (एलेक्ट्रोस्टैटिक फिल्ड) से होकर गुजारना पड़ता है। 12. जब कोई आवेशित कण किसी चुम्बकीय क्षेत्र में गतिमान हो तो उस पर चुम्बकीय बल लगता है। 13. उदाहरण के लिये किसी चुंबकीय क्षेत्र में में गतिशील किसी आवेशित कण पर लगने वाला बल = 14. इससे वायुमंडल में और अधिक आवेशित कण बनते हैं, जिससे बादल बनते हैं और वातावरण ठंडा होता है. 15. इन सब गुणों से यह स्पष्ट था कि एक्सरे आवेशित कण नहीं, प्रकाश के समान विद्युच्चुंबकीय प्रकृति के हैं। 16. उसी तरह जब एक आवेशित कण किसी चुम्बकीय क्षेत्र से गुजरता है तो उसकी गति पर प्रभाव पड़ता है। 17. समान आवेशित कण या चुम्बकीय ध्रुव एक दूसरे को विकर्षित करते हैं, गुरुत्वाकर्षण दो पदार्थों में आकर्षण पैदा करता है। 18. इन सब गुणों से यह स्पष्ट था कि एक्सरे आवेशित कण नहीं, प्रकाश के समान विद्युच्चुंबकीय प्रकृति के हैं। 19. समान आवेशित कण या चुम्बकीय ध्रुव एक दूसरे को विकर्षित करते हैं, गुरुत्वाकर्षण दो पदार्थों में आकर्षण पैदा करता है। 20. इस घटना में सूर्य से निकलनेवाले आवेशित कण आयनमंडल की गैसों से मिल जाते हैं जिससे वहाँ चमक दिखाई देती है.