11. इससे और पंचवाद्यम् के उत्तान स्वर से मुझे लगा कि आराट् का क्षण आ पहुँचा है। 12. पूरे कैनवस पर अकेली, लंबी, साँवली आकृति थी जो उत्तान भी थी और ढलान भी। 13. उसने मुझे धक्के मारकर उत्तान कर दिया और यमराज के दूतों की तरह घसीट कर नीचे सरकाने लगी। 14. किनारे पर नौका लगते ही नौका पलट गयी और हनुमान जी उत्तान मुख हो कर भूमि पर गिर पडे़। 15. प्रातःकाल दोनों हाथों को उत्तान कर, सायंकाल नीचे की ओर करके तथा मध्यान्ह में सीधा करके जप करना चाहिए। 16. जिन संबंधों-साथ-मित्रताओं की जड़ें होती हैं बरगद-सी उनका उत्तान उनके जाने के बाद भी आसमान के सितारों से जुड़ जाता है 17. * पुष्प हमेशा दाहिने हाथ कि करतल को उत्तान कर मध्यमा, अनामिका और अंगूठे कि सहायता से फूल चढाना चाहिए.... 18. 1. उत्तान पादासन: जमीन पर पीठ के बल लेटें और सांस खींचते हुये दोनों पैर ऊपर इस प्रकार उठायें कि घुटने न मुड़ें। 19. *यदि नाभि जगह से हट गई हो तो गिरी हुई धरण पांच मिनट उत्तान पादासन करने से अपने सही स्थान पर आ जाती है। 20. उत्तान आसन के नियमित अभ्यास से शरीर के पिछले भागों का सम्पूर्ण व्यायाम हो जाता है और इन भागों में मौजूद तनाव दूर होता है.