11. ऊर्ध्वाधर (ऊर्ध्वाधर अक्ष पर पठन 90 डिग्री-90 डिग्री) हो जाए। 12. ऊर्ध्वाधर (ऊर्ध्वाधर अक्ष पर पठन 90 डिग्री-90 डिग्री) हो जाए। 13. यह मात्रात्मक वृद्धि और ऊर्ध्वाधर अक्ष के गुणात्मक विकास के क्षैतिज अक्ष है. 14. यह औसत समय पर बिजली के संकेत (ऊर्ध्वाधर अक्ष वोल्टेज है) का प्रतिनिधित्व है. 15. चाप के आकार का कशेरुका (ललाट दिशा) विकृति और एक ऊर्ध्वाधर अक्ष के चारों ओर घुमा रीढ़ की विशेषता है. 16. घिसते समय निचला यंत्र ऊर्ध्वाधर अक्ष के चारों ओर घूमता है, जब कि ऊपरी ढाँचा एक ओर से दूसरी ओर दोलन करता है। 17. शटर खोलने के लिए नमूना रोशन और 360 ° पर प्रतिदीप्ति संकेत इकट्ठा, प्रत्येक चैनल के लिए ऊर्ध्वाधर अक्ष के साथ नमूना घूर्णन. 18. घिसते समय निचला यंत्र ऊर्ध्वाधर अक्ष के चारों ओर घूमता है, जब कि ऊपरी ढाँचा एक ओर से दूसरी ओर दोलन करता है। 19. उपकरण के कलेवर को ऊर्ध्वाधर अक्ष के चारों ओर घुमाया जा सकता है और आधार पर स्थित क्षैतिज वृत्ताकार मापनी पर उसका दिगंश ( 20. सममितीय प्रक्षेपण, ऊर्ध्वाधर अक्ष के बारे में वस्तु के ± 45° डिग्री पर घूमने से मेल खाता है, जिसके बाद लगभग ± 35.264° [=