11. ह्म्म्म … सप्तर्षि तो नहीं, मुझे ओरायन ने हमेशा ही आकर्षित किया है. 12. चांद अभी निकला नहीं है तारे चमक रहे हैं उपर ओरायन तारा समूह दिखायी पड़ रहा है। 13. चांद अभी निकला नहीं है तारे चमक रहे हैं उपर ओरायन तारा समूह दिखायी पड़ रहा है। 14. सर्दियों कीकिसी भी रात को ओरायन (कालपुरुष) तारामंडल में ऐसी ही एक सितारों की नर्सरी देखीजा सकती है. 15. लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की ओरायन के अनुसार यह समय शक संवत् से लगभग 4000 वर्ष पहले ठहरता है। 16. आजकल मृगशिरा या ओरायन नक्षत्र सूर्यास्त के बाद से ही पूर्व दक्षिण क्षितिज में देखा जा सकता है । 17. लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की ओरायन के अनुसार यह समय शक संवत् से लगभग 4000 वर्ष पहले ठहरता है। 18. आप किसी रात को जब आसमान बिल्कुल साफ हो, ओरायन को देख सकते हैं. जिसका आकार किसी शिकारी जैसा होता है. 19. हमारे हृदय सम्राट् बाल गङ्गाधर तिलक का ' ओरायन ' गन्थ इस दिशा में हमें बहुत कुछ प्रकाश में ला चुका है। 20. हम दो ओरायन यान को भेज सकते हैं जो कि चाँद के पास से होकर गुजरते हुए और आगे तक जा ए. ”