11. इस तीज को कज्जली तीज के नाम से भी जाना जाता है. 12. निर्माण विधि: पारद और गन्धक को मिलाकर कज्जली करके सभी भस्म मिला लें। 13. जब घोटते-घोटते (कज्जली ) जैसा चिकना हो जाए तो उसे पिष्टी कहते हैं। 14. इनको कूट-छान कर कज्जली में मिला दें तथा तैल में मिलाकर बोतल में रखें । 15. फिर इस चूर्ण को कज्जली में डालकर तथा भस्में भी बारीक करके डाल कर मिला लें। 16. सबसे पहले पारा, गंधक और खैरसार को खरल में डालकर खूब घुटाई करके कज्जली बना लें। 17. वे मेहंदी लगाए बैठी थीं, जो मुझे याद दिला रहा था कि कल कज्जली तीज है। 18. वे मेहंदी लगाए बैठी थीं, जो मुझे याद दिला रहा था कि कल कज्जली तीज है। 19. स्टार्ट-रीस्टार्ट बटन और कज्जली तीज की मेहंदी रात को इसी ब्लाग की एक पोस्ट टाइप करने में लीन था। 20. स्टार्ट-रीस्टार्ट बटन और कज्जली तीज की मेहंदी रात को इसी ब्लाग की एक पोस्ट टाइप करने में लीन था।