11. कण्ठी पहनने और तोडने, दोनों की शोहरत गाँवों में एक ही तरह फैलती है।12. अतिरिक्त गुरु से कान-फुँकवा, कण्ठी बाँध पति के नाम पर घी से चिकने केशों 13. कण्ठी पहनने और तोडने, दोनों की शोहरत गाँवों में एक ही तरह फैलती है।14. इस प्रकार के उपवीत को आचार्यों ने ‘ कण्ठी ' शब्द से सम्बोधित किया है। 15. ये गले में तुलसी की माला धारण करते हैं, औरतें भी कण्ठी धारण करती हैं। 16. माथे पर कबीरपंथी तिलक, गले में तुलसी की कण्ठी , दढ़ियल चेहरा, दुबली पतली देह। 17. तत्पश्चात श्री गुरु के चरणों में प्रणाम किया तथा कण्ठी से श्री गुरु की पूजा की । 18. छोटे बालकों का जब उपनयन होता था, तो उन्हें दीक्षा के साथ कण्ठी पहना दी जाती थी। 19. यह कण्ठी अपने गले में डाल ले। ' ' कहकर साधु ने उसे एक कण्ठी अपने बटुए से निकालकर दी। 20. यह कण्ठी अपने गले में डाल ले। ' ' कहकर साधु ने उसे एक कण्ठी अपने बटुए से निकालकर दी।