11. उनकी षाष्ठिक गणना-पद्घति और ज्योतिष का ज्ञान तथा कीलाक्षर लिपि को बाद की सामी सभ्यताओं ने अपना लिया। 12. व्यापार में अभिलेख आवश्यक थे, इसलिए कीलाक्षर लिपि से एक नई २२ अक्षरों की व्यंजन वर्णमाला विकसित की। 13. ईसापूर्व छठी शताब्दी की इस सील में बेबीलोनी कीलाक्षर लिपि एवं व्राह्मी लिपि दोनों एक साथ विद्यमान हैं। 14. ईसापूर्व छठी शताब्दी की इस सील में बेबीलोनी कीलाक्षर लिपि एवं व्राह्मी लिपि दोनों एक साथ विद्यमान हैं। 15. उनकी षाष्ठिक गणना-पद्घति और ज्योतिष का ज्ञान तथा कीलाक्षर लिपि को बाद की सामी सभ्यताओं ने अपना लिया। 16. आज भी सारस्वत सभ्यता अनेक रहस्यों से घिरी है, उनमें सबसे जटिल उनकी ' कीलाक्षर लिपि ' है। 17. व्यापार में अभिलेख आवश्यक थे, इसलिए कीलाक्षर लिपि से एक नई २२ अक्षरों की व्यंजन वर्णमाला विकसित की। 18. गीली मिट्टी की पटिया पर कील जैसे औज़ार से गोद कर लिखी जाने वाली इस लिपि को कीलाक्षर लिपि कहते हैं. 19. गीली मिट्टी की पटिया पर कील जैसे औज़ार से गोद कर लिखी जाने वाली इस लिपि को कीलाक्षर लिपि कहते हैं. 20. अक्कादियों के अक्षर से यह मेसोपोटमियां और सारे पश्चिम एशिया में फैल गई तथा इसी कीलाक्षर लिपि को अनातोली, कनानी, ह्रिवू और हितियों ने अपना लिया।