11. कि राजा-महाराजा उन लोगों को सदा दूर रखें जो कभी कुचक्री रह चुके हों। 12. भलाई इसी में है कि उसकी बात मान लें और उस कुचक्री को दूर रखें। 13. जान सकेंगे कि कौन कुचक्री है और कौन सच्चा हितयषी, कौन पीतल है और कौन 14. ढंग से कुचक्री को पहचान लें तब फिर उसकी ओर कान न करें और उसे दूर रखें, 15. यदि किसी के विषय में यह मालूम हो कि वह कभी कुचक्री रहा है तो यह समझना 16. वही राजे, राजकुमार, राजकुमारियां, कुचक्री दीवान, चतुर सेवक, उनके षड्यंत्र, घात-प्रतिघात, जादू-तिलस्म, ऐयारी-होशियारी का एक रोमांचक संसार। 17. भारत के लोगों को इस विदेशी लोगों की संस्था को व कुचक्री लोगों पर शिकंजा कसना ही होगा । 18. वाली या वाले प्रेज़ेंटर को देखना पडा हो? या वक्त का गला घोंटने के लिए कुचक्री सीरियल देखने पडे हों? 19. जो कार्य इतने सुगम तरीके से हो सकते हों उनके लिए बाजीगरी एंव धूर्तों का कुचक्री प्रयास ही पर्याप्त हो सकता है । 20. इस देश में लोग जबतक आत्मनिर्भर नहीं होंगे तबतक ऐसे हादसों का शिकार होते रहेंगे और उन्हें आत्मनिर्भर नहीं होने देंगे ऐसे ही चतुर कुचक्री