11. रजत या ताम्र पात्र में गंगाजल व केवडा आदि से सुगंधित पदार्थयुक्त जल गणेश जी को अर्पित करें। 12. आप लोगों में से कइयों ने उसे पढा भी होगा-समलैंगिक विवाह और पंडित केवडा प्रसाद । 13. गुस्ल रस्म में हजरत मखदूम अशरफ सिमनानी का मजार को इत्र केवडा व गुलाब जल से धुला जाता है। 14. बुधवार रजत या ताम्र पात्र में गंगाजल व केवडा आदि से सुगंधित पदार्थयुक्त जल गणेश जी को अर्पित करें। 15. “ केवडा की नाल ” को देखकर आपको अगर अमरनाथ न याद आ जाये तो फिर सारा वर्णन ही बेकार॰ 16. और एक जरूरी बात कि अभी सिर्फ़ गुलाब, केवडा , खस और रजनी गंधा की खुशबू ही उपलब्ध हैं. 17. हूंह। ईधर पंडित केवडा प्रसाद को घेरकर गांव के लडके अलग मजाक कर रहे थे.... और पंडित थे कि बस हें... 18. गुलाल, अबीर, चन्दन, चोवा, इत्र, अरगजा, टेसू के फूलों का रंग तथा केशर, गुलाब व केवडा जल का मुक्तहस्तसे प्रयोग किया जाता है। 19. इस दिन रजत या ताम्र पात्र में शुद्ध जल या गंगाजल, गुलाबजल, केवडा व इत्र आदि मिश्रित जल भगवान विष्णु को अर्पण करें। 20. अपने अस्था विश्वास के साथ दूर दूर से आये जायरीन पुरानी मान्यता के अनुसार केवडा व गुलाब जल को अपने घर ले जाते है।