11. के गोलाभ वास्तव में का घनत्व उच्च तारकीय घनत्व से काफी अधिक है. 12. इन जियोडिय मानों के आधार पर त्रिभुजन श्रृखंला द्वारा पार्थिव गोलाभ का परिकलन लिया जाता है। 13. इन जियोडिय मानों के आधार पर त्रिभुजन श्रृखंला द्वारा पार्थिव गोलाभ का परिकलन लिया जाता है। 14. इन जियोडिय मानों के आधार पर त्रिभुजन श्रृखंला द्वारा पार्थिव गोलाभ का परिकलन लिया जाता है। 15. लेकिन बात इसके विपरीत देखने में आई जिससे ऐसा लगा कि पृथ्वी दीर्घाक्ष (prolate) गोलाभ है। 16. पृथ्वी को गोलाभ मानकर बिंदुओं के भौगोलिक नियामक, अर्थात् अक्षांश और देशांतर, भी निकले जा सकते हैं। 17. पृथ्वी को गोलाभ मानकर बिंदुओं के भौगोलिक नियामक, अर्थात् अक्षांश और देशांतर, भी निकले जा सकते हैं। 18. लेकिन बात इसके विपरीत देखने में आई जिससे ऐसा लगा कि पृथ्वी दीर्घाक्ष (prolate) गोलाभ है। 19. गुरुत्वाकर्षण और घूर्णन जन्य अपकेंद्र बल (centrifugal force) के कारण ध्रुवों पर उसकी आकृति चपटे गोलाभ की है। 20. स्पिरिटतल से बिंदुओं का जो उन्नयन मिलता है, वह जियोइड के सापेक्ष होता है, न कि पार्थिव गोलाभ के।