11. अबकी नहीं बनी तो घर का कोना तो दूर, बाहर भी कोई नहीं फटकने देगा। 12. सिमटती दुनिया में घर का कोना न भी बचे तो एक पेड ही लगा दें। 13. अब सब रोज़ाना किसी न किसी का घर का कोना चुनते और रात को फ़िल्म देखते। 14. घर का कोना कोना कह रहा है, दीवाली आ रही है, सुना तुमने दीवाली।15. अबकी नहीं बनी तो घर का कोना तो दूर, बाहर भी कोई नहीं फटकने देगा। 16. भी कभी घर का कोना कोना सुरुचि पूर्ण ढंग से सजाने वाली सुषी ने गृहस्थी के 17. मेरे चहरे पर रौनक आ जाती है तुम्हे देख कर, मेरे घर का कोना कोना खिल उठता है, तुम्हारी आहट सुनकर। 18. फिर दीप मालाएं सजाई जाती हैं | घर का कोना कोना दीपज्योति से जगमगाने लगता है| आज कल फुलझड़िया, अनार, बम-पटाखे भी फोडे जाते है | 19. उस समय-समय भारी घुघरू वाली छन छन करती झाझरों का रिवाज था-नई बहू की झाझर से घर का कोना कोना झनझना उठता । 20. उस समय-समय भारी घुघरू वाली छन छन करती झाझरों का रिवाज था-नई बहू की झाझर से घर का कोना कोना झनझना उठता ।