11. घुटन्ना वैशाख जेठ..और आगे असाढ़ सावन में भी बड़ा उपयोगी चीज है।12. घुटन्ना से कभी पाला नहीं पड़ा है, अब नहीं ही पड़ा क्या करें।13. मुझे यह कल्पना करना मनोरंजक लगा कि कसाई मास्टर केवल घुटन्ना पहने कैसा नज़र आएगा. 14. घुटन्ना पहनकर किसी दुकान से डबलरोटी उठा रहा हो कोई, तो उसे उठाईगीरा कहते हैं।15. मुझे यह कल्पना करना मनोरंजक लगा कि कसाई मास्टर केवल घुटन्ना पहने कैसा नज़र आएगा. 16. मुझे यह कल्पना करना मनोरंजक लगा कि कसाई मास्टर केवल घुटन्ना पहने कैसा नज़र आएगा. 17. कभी कभी झोंक में यह भी कहता है-तेरी खुले न गाँठ घुटन्ना की । 18. के मारे दोनों ने ही क़मीज़ उतार दिये और नीचे भी बस घुटन्ना पहने हुए थे। 19. गर्मी के मारे दोनों ने ही क़मीज़ उतार दिये और नीचे भी बस घुटन्ना पहने हुए थे। 20. बोलचाल की भाषा में इस अधोवस्त्र को कच्छा, जांघिया या कभी कभार घुटन्ना भी कहते हैं।