11. हिंदुओं के अधिकांश व्रत-पर्व चांद्रमास और शुक्ल पक्ष की तिथियों से संबद्ध हैं। 12. पूर्णिमा तक अथवा अमावस्या से अमावास्या तक इस चांद्रमास का मान होता है। 13. यह मूल रूप चांद्रमास , जो 29.530588 दिन लगते हैं की लंबाई से निकाली थी. 14. यह अंतर 32-33 महीनों में एक चांद्रमास के बराबर हो जाता है। 15. लेकिन चंद्रमा का एक माह अर्थात एक चांद्रमास कितने ही प्रकार के हो सकते हैं। 16. 40 बजे) तक की अवधि के चांद्रमास में सूर्य की कोई संक्रांति नहीं है। 17. जब किसी चांद्रमास में सूर्य की संक्रांति नहीं होती तो वह मास अधिमास होता है। 18. पूर्णिमा से अगली पूर्णिमा या अमावस्या से अगली अमावस्या तक के समय को चांद्रमास कहते हैं। 19. यह मूल रूप चांद्रमास , जो 29.530 588 दिन लगते हैं की लंबाई से निकाली थी. 20. जन्माष्टमी आज या कल? //// कितनी तरह के चांद्रमास ? कुछ लोग आज कृष्ण जन्माष्टमी मना रहे हैं।