11. किसी देश का साहित्य वहॉ की जनता की चित्त वृत्ति का द्योतक है। 12. अपनी चित्त वृत्ति को घोड़ी बनाएं, उस पर ध्यान लगाएं और सदगुरू के शब्द-ज्ञान का कोडा लें। 13. लेकिन मनुष्य की चित्त वृत्ति सांसारिक पदार्थो में अटकी होने के कारण वह असत्य को ही सत्य मानता है। 14. .. पतंजलि योग का दूसरा सूत्र योगानुशासनम प्रारंभ होता है ऐसा कहने के बाद योगस्य चित्त वृत्ति विरोध: । 15. अगर चित्त वृत्ति और द्रश्य वृत्ति मे भिन्नता पैदा हो जाती है तो कर्म वृत्ति का नही होना माना जाता है। 16. चित्त वृत्ति को साधने मे जो रुकावटें आती है, उनमे सबसे बडी बाधा मानसिक भ्रम को मुख्य माना जाता है।17. समाधिपाद के इस तीसरे सूत्र में महायोगी महर्षि बताते हैं, चित्त वृत्ति का निरोध हुआ यानि कि मन का शासन मिटा। 18. इसको “जागृति” नाम दिया।मूल्यांकन क्रम में-आत्मा बुद्धि का, बुद्धि चित्त का, चित्त वृत्ति का, और वृत्ति मन का मूल्यांकन करता है। 19. चित्त वृत्ति की उपस्थिति इन तीनो ब्रह्माण्डो मे पायी जाती है, तथा द्रश्य वृत्ति केवल परा ब्रह्माण्ड के अन्तर्गत ही आती है।20. एक ओर लोगों को योग के जरिए चित्त वृत्ति निरोध: का उपदेश देते हैं तो दूसरी ओर अपना चित्त ही स्थिर नहीं रख पा रहे।