11. उपनिवेशवाद और साम्राज्यवाद तथा रूस की जारशाही की धमाचौकड़ी में जॉन रस्किन और 12. “यह तो स्वाभाविक हैं कि जारशाही रूस में, जहाँ बहुत ज्यादा तखड़-पखड़ हो 13. जिससे जारशाही रूस के दो उपनिवेश फिनलैण्ड और यूक्रेन स्वतन्त्र राज्य बन गये। 14. की फरवरी के अन्त के साथ न सिर्फ उस खूनी जारशाही का खात्मा हुआ। 15. जारशाही के शत्रु बन गये और उनने उसके परम शत्रु किसानों तथा मजदूरों से16. रूस में जारशाही के प्रति सशस्त्र आंदोलनों की भूमिका गढ़ी जा रही थी. 17. कमांडर ट्राटस्की के नेतृत्व में रूस की लालसेना जारशाही समर्थकों से जूझ रही थी. 18. 1879 में जिस वर्ष स्तालिन का जन्म हुआ जियौर्जिया जारशाही के प्रभुत्व में आ गया।” 19. वहां लेनिन के नेतृत्व में जारशाही के विरुद्ध संघर्ष का आवाहन किया गया था. 20. हलचलों से मेल हो जाना ही जारशाही के सबसे मजबूत और आखिरी पाये को हिला