11. ज्ञान-प्रवाह, ज्ञानानुशसन और ज्ञान-मीमांसा सम्बन्धी संदेह का निवारण करने के लिए देश भर से लोग यहाँ आते थे। 12. इस प्रश्न का समुचित समाधान दर्शन की ज्ञान-मीमांसा नामक शाखा को दूरगामी, तलस्पर्शी आत्म-समीक्षण की चुनौती और प्रेरणा देता है। 13. इस प्रश्न का समुचित समाधान दर्शन की ज्ञान-मीमांसा नामक शाखा को दूरगामी, तलस्पर्शी आत्म-समीक्षण की चुनौती और प्रेरणा देता है। 14. संप्रति ई-शिक्षा ने सभी के लिए ज्ञान-मीमांसा की खोज को नया आयाम देने की ओर तेजी से कदम बढ़ाया है। 15. इस प्रश्न का समुचित समाधान दर्शन की ज्ञान-मीमांसा नामक शाखा को दूरगामी, तलस्पर्शी आत्म-समीक्षण की चुनौती और प्रेरणा देता है। 16. भारतीय इतिहास लिखने या उस पर विचार करने के दौरान सभी इतिहासकार ज्ञान-मीमांसा की पूरी तरह उपेक्षा करते रहे हैं. 17. दलित ज्ञान-मीमांसा (एपिस्टेमाली) की सक्रियता इतिहास, समाजशास्त्र और संस्कृति के क्षेत्रों में बेचैनी तो पैदा करेगी ही. 18. दलित विमर्श का अधिकारी सिर्फ दलित ही सिर्फ इसलिए होगा कि दलित की ज्ञान-मीमांसा सवर्ण की ज्ञान-मीमांसा से अलग होती है. 19. दलित विमर्श का अधिकारी सिर्फ दलित ही सिर्फ इसलिए होगा कि दलित की ज्ञान-मीमांसा सवर्ण की ज्ञान-मीमांसा से अलग होती है. 20. यह सर्वविदित है कि ज्ञान-प्रवाह, ज्ञानानुशसन और ज्ञान-मीमांसा सम्बन्धी संदेह का निवारण करने के लिए देश भर से लोग यहाँ आते थे।